The Greatest Guide To hindi kahani short
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हिंदी कहानियां प्रेरणादायक
जिससे श्रीकृष्ण की सहायता पाकर उनकी निर्धनता दूर हो सके, द्वारका पहुँचने पर श्रीकृष्ण ने महल में उनका करुनापूर्ण स्वागत किया.
कक्षा १,२,३,४,५,६,७,८,९,१० के बच्चों को यह कहानी आप बता सकते हैं.
स्त्रेरह बिचिया ल्याई म्हारा बीर-टमरकटूँ
परीक्षा से वे यही जानना चाहते थे कि कौन सा शिष्य उनकी बेटी से विवाह करने योग्य है. सभी शिष्य अपने अपने दिमाग से कार्य कर रहे थे.
बच्चों के लिए प्रेरक और प्रेरणादायक लघु कथाएं
तभी एक बोला- हाँ, भाई हाँ क्यों न हम कुछ खरीदकर आपस में बाँट लेते हैं.
कोयल की मधुर आवाज को सुनकर, मोर को उसकी कमी एक बार फिर एहसास हुआ। वह सोचने लगा कि भगवान ने उसे सुंदरता तो दी पर बेसुरा क्यों बनाया। तभी एक देवी प्रकट हुई और उन्होंने मोर से पूछा “मोर, तुम क्यों उदास हो?”
तब वह कुरज उन बच्चों के चुग्गे की खोज में उड़ी. उड़ते-उड़ते उन्हें तोते के पंख जैसा हरा खेत नजर आया.
राधे गुप्त की पत्नी का देहांत हो चूका था, उनकी उम्रः भी ढलने लगी थी, घर में विवाह योग्य एक कन्या थी, जिनकीं चिंता उन्हें हर समय सताती थी.
खरगोश ने कहा- हे स्वामी ! यह तो सत्य हैं, कि अपने स्वाभिमान के लिए युद्ध करना आप जैसे शुरविरो का काम हैं.
.... कि......?? ..... कहीं मेरे दिल में रहने वाली लड़की काली न पड़ जाए...!!! ...
हंसो हंसाओ,,,,लाइफ बनाओ अनिल कुमार लववंशी "पा ग ल"
जब बेटी ने पूछा कि माँ यह अन्य पक्षियों की तुलना में इतना सुंदर घौसला कैसे बनाती है तो माँ ने कहा- यह अपनी पूरी सिद्धत से इस काम में लगी हैं तथा पूर्ण मेहनत और निष्ठां के साथ अपना कार्य करती हैं.
जब वे सब वहां एकत्रित हुए तो उस समय यह मंत्रीराजा पलंग पर महल के विशाल एवं सज्जित कक्ष में लेटे हुए थे.